झाबुआ। Am Live news. हम आपको बता दे कि राजू मंडोरिया के विरुद्ध शिकायत दी गई है कि उनके द्वारा उनकी बहन मोनिका पति नॉरबर्ट भूरिया को

राजू मंडोरिया कमर्शियल अधिकारी वाणिज्यिक कर विभाग जिला रतलाम
नौकरी पर लगाने हेतु प्रधानाध्यापक सुरेंद्र सिंह चौहान प्राथमिक शाला पिपलिया से राजू मंडोरिया ने प्रशासनिक लोक सेवक होने का रोब दिखाते हुए बलछल पूर्वक उनकी बहन मोनिका मंडोरिया को नौकरी लगाने हेतु स्वयं अपने हाथो से फर्जी मार्कशीट बनाकर प्रधानाध्यापक के हस्ताक्षर लिए गये। जिसकी शिकायत मय दस्तावेज कलेक्टर महोदया को समक्ष में प्रस्तुत की गई है। झाबुआ कलेक्टर के निर्देशानुसार उक्त फर्जी मार्कशीट की जांच महिला एवं बाल विकास विभाग झाबुआ को कलेक्टर द्वारा शिकायत जांच हेतु मार्क की गई हैं। जिला प्रशासन के सख्त निर्देश है कि उक्त फर्जी मार्कशीट के संबंध में तत्काल जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए। परंतु संबंधित के द्वारा शिकायत गंभीरता से नहीं लिया जाकर शिकायत जांच को विलम्ब किया जा रहा हैं।

प्रधानाध्यापक सुरेंद्र सिंह चौहान

जांच कमेटी के द्वारा प्राथमिक शाला पिपलिया मौके पर जाकर उक्त फर्जी मार्कशीट के संबंध जानकारी चाही गई है परंतु प्रधानाध्यापक फर्जी मार्कशीट की हकीकत सामने आने के डर से अचानक बीमार होने का बहाना बना कर मेडिकल अवकाश पर चले गए।
ऐसे में जांच अधिकारियों को भी अच्छा बहाना मिल गया की प्रधानाध्यापक सुरेंद्र सिंह चौहान किसी बीमारी के चलते मेडिकल अवकाश पर है। जांच अधिकारियों का कहना है कि प्रधानाध्यापक सुरेंद्र सिंह चौहान जब तक मेडिकल अवकाश पर है तब तक शिकायत जांच को आगे बढ़ाया जाना संभव नहीं है। क्योंकि प्रधानाध्यापक के पास चार्ज होने के कारण अलमारी की चाबियां दस्तावेज आदि उनके अधीन होने के कारण चाबियां उनके पास होने के कारण दस्तावेजों की जांच करना असंभव है।
अब प्रश्न यह उठता है कि यदि कोई भी अधिकारी कर्मचारी अनिश्चितकाल, मेडिकल अवकाश पर जाने के पूर्व किसी अन्य कर्मचारियों को विधिवत चार्ज क्यों नहीं दिया गया। और यदि किसी अन्य कर्मचारियों को प्रभारी नियुक्त किया गया तो अलमारी की चाबिया नवनियुक्त प्रभारी को शासकीय दस्तावेज रखे अलमारी की चाबिया क्यों नहीं दी गई।
प्रधानाध्यापक के द्वारा स्वयं यह कबूल किया गया कि राजू मंडोरिया के द्वारा धोखे से प्रशासनिक लोक सेवक होने का रोब दिखाकर मुझ से हस्ताक्षर लिये गये हैं। प्रधानाध्यापक सुरेंद्र चौहान के द्वारा शासकीय दस्तावेजों की जानकारी चाहे जाने पर स्वयं प्रधानाध्यापक के द्वारा उक्त रजिस्टर एवं मार्कशीट की प्रमाणित प्रति आवेदक को हस्ताक्षर एवं मुद्रा लगाकर प्रदान की गई है। ऐसे में उक्त फर्जी मार्कशीट के संबंधित दस्तावेज गुम हो जाने का तो प्रश्न नहीं उठाता क्योंकि कुछ दिन पहले स्वयं प्रधानधपक के द्वारा उक्त दस्तावेज प्रमाणित कर दिये गये।
शासकीय दस्तावेजों के मुताबिक फर्जी मार्कशीट के आंकड़े भिन्न पाये गये हैं। एवं फर्जी मार्कशीट बनाने वाले मास्टरमाइंड राजू मंडोरिया की हैंडराइटिंग फर्जी मार्कशीट से हुबहू मैच हो रही है। ऐसे में प्रधानाध्यापक सुरेंद्र सिंह चौहान का कहना स्पष्ट प्रतीत होता है कि राजू मंडोरिया के द्वारा एक प्रशासनिक लोक सेवक होने का दुरुपयोग करते हुए प्रधानाध्यापक को धौंस धमकी देखकर फर्जी मार्कशीट पर हस्ताक्षर लिये गये।
परंतु दूसरी और मोनिका मंडोरिया का कहना है कि प्रधानाध्यापक सुरेंद्र सिंह चौहान के द्वारा मेरे समक्ष उक्त मार्कशीट बना कर स्वयं के द्वारा हस्ताक्षर कर मुझे मार्कशीट दी गई है परंतु मार्कशीट में आंकड़ों का हेर फेर कैसे हुआ यह यह जानकारी प्रधानाध्यापक ही दे सकते हैं। मोनिका के द्वारा यह भी कहा गया कि मैं अपने भाई राजू मंडोरिया के साथ मार्कशीट बनवाने हेतु प्राथमिक शाला पिपलिया के प्रधानाध्यापक सुरेंद्र सिंह चौहान के पास गई थी। प्रार्थी के द्वारा उक्त संबंध में सी.एम हेल्प पर भी शिकायत दर्ज करवाई गई है परंतु आज तक महिला बाल विकास विभाग झाबुआ। एवं जिला शिक्षा विभाग झाबुआ के द्वारा शिकायत जांच के नाम पर आंख मिचौली का खेल खेला जा रहा है। महिला बाल विकास विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों के द्वारा कहा जाता है कि फर्जी मार्कशीट शिक्षा विभाग के द्वारा जारी की गई उनकी जिम्मेदारी है कि वह शिकायत की जांच करें। शिक्षा विभाग के अधिकारियों द्वारा कहा जाता है कि महिला एवं बाल विकास विभाग के द्वारा मोनिका मंडोरिया को नौकरी पर नियुक्त किया गया। उनकी जिम्मेदारी है कि वह शिकायत की जांच करें। ऐसे में शिकायत जांच समय पर पूर्ण कैसे होगी जानबूझकर शिकायत जांच को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा ऐसा प्रतीत होता है कि शिकायत जांच में जानबूझकर लापरवाही की जा रही है। उक्त परिस्थितियों में आरोपियों को दस्तावेज गबन करने का पर्याप्त मौका दिया जा रहा जिससे शिकायत जांच संबंधित दस्तावेज से छेड़ छाड़ की जा कर साक्ष्य सबूत नष्ट कर दिया जाए।

मोनिका भूरिया
रविंद्र सिंह सिसोदिया सहायक संचालक, शिक्षा विभाग जिला झाबुआ।
इनका कहना कि शिकायत जांच मेरे पास नहीं है महिला बाल विकास विभाग के द्वारा जांच की जा रही है उनसे बात करें। आपने शिकायत किन को दी उनसे जाकर मिले या ए.सी मैडम आएंगे तो उनसे मिलकर बात कर लेना। हमको कोई लिखित शिकायत आवेदन प्राप्त नहीं है तो हम कैसे जांच करेंगे।
रालुसिंह सिंगड, जिला समन्वयक,जिला शिक्षा केंद्र सर्व शिक्षा अभियान जिला झाबुआ।
इनका कहना है कि शिकायत अभी मेरे पास नहीं है। मैं दिखवाता हूं। कल बी.आर.सी को पत्र जारी कर शिकायत संबंधित जानकारी लेता हूं आप कल मुझ से संपर्क करना।
राधुसिंह बघेल जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग जिला झाबुआ।
इनका कहना है कि कलेक्टर मैडम के निर्देशानुसार हमारे द्वारा प्राथमिक शाला पिपलिया जाने पर मालूम हुआ कि प्रधानाध्यापक सुरेंद्र सिंह चौहान मेडिकल अवकाश पर हैं एवं जिस अलमारी में शासकीय दस्तावेज आदि रखे हुए है उस अलमारी की चाबिया प्रधानाध्यापक सुरेंद्र सिंह चौहान अपने साथ में बिना किसी वरिष्ठ अधिकारी की जानकारी के चाबिया साथ में लेकर गए हुए हैं। अब जिला प्रशासन के निर्देशानुसार यदि अलमारी की चाबिया बुलाई जाए या प्रशासन के निर्देशानुसार अलमारी का ताला तोड़ा जाए उसके बाद ही आगे की कानूनी कार्रवाई की जाना संभव है।
भारत सिंह जिला शिक्षा खंड अधिकारी जिला झाबुआ।
प्राथमिक शाला पिपलिया के प्रिंसिपल से फर्जी मार्कशीट के संबंधित जानकारी चाही गई है। परंतु प्रिंसिपल के द्वारा अब तक कोई जानकारी उपलब्ध नहीं कराई गई। दूसरा पत्र जारी कर जल्द से जल्द शिकायत के संबंधित जानकारी मंगवा कर आगे की कार्रवाई करता हूं।प्रधानाध्यापक शिकायत के बाद से अचानक मेडिकल अवकाश पर है इससे संदेह होता है कि उनकी गलती जरूर है। एवं उनको मार्कशीट बनाने का कोई अधिकार भी नहीं है उनके द्वारा जो भी मार्कशीट बनाई गई है वह गलत तरीके से बनाई गई है उनके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई जरूर की जाएगी।
उक्त फर्जी मार्कशीट बनाने में एवं नियुक्ति दिलाने में और कौन-कौन अधिकारी कर्मचारी शामिल है यह हम आपको अगले अंक में आपको बताएंगे। परिस्थितियों की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन को इस और विशेष ध्यान देना चाहिए कि शिकायत जांच को तत्काल सूक्ष्मता से जांच करने के लिए निर्देशित करते हुए एक जांच कमेटी बनाई जाए एवं समय सीमा में शिकायत का जांच कर संबंधित के विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्यवाही करना सुनिश्चित करें।
Am Live news bureau report Jhabua