झाबुआ ढाबा नाम से संचालित ढाबा को अपना कार्यालय बता कर कालिया वानिया नमक पीड़ित ग्राहक के साथ भी रोहित दुबे के छोटे भाई कमलेश उर्फ कार्तिक दुबे के द्वारा ओम शांति कलेक्शन बजाज कंपनी के नाम पर धोखाधड़ी की गई।

ओम शांति कलेक्शन बजाज, अंजड जिला बड़वानी बजाज फाइनेंस रिकवरी एजेंट रोहित दुबे ओम शांति कलेक्शन के मुख्य संचालक एवं कमलेश उर्फ कार्तिक दुबे। पीड़ित के मुताबिक उन्हें झाबुआ ढाबा पर रोहित दुबे एवं कार्तिक दुबे के द्वारा बुलाया जा कर ₹70000 हजार रुपए कैश एवं उक्त ढाबे से शराब, बिरयानी, अंडा करी, आदि भोजन का भी बिल कमलेश उर्फ कार्तिक दुबे ने पीड़ित ग्राहक कालिया वानिया से ही भुगतान करवाया गया। पीड़ित के मुताबिक उन के पास उक्त धोखाधड़ी के संबंध में साक्षी भी उपलब्ध है।

पीड़ित का कहना है कि उनसे फॉर क्लोजिंग के नाम पर फाइनेंस मोटरसाइकिल के कुल राशि 70000 सत्तर हजार रुपए लेने के बाद भी आज तक उन्हें मोटरसाइकिल के संबंधित दस्तावेज नहीं दिए गए क्योंकि कमलेश उर्फ कार्तिक दुबे के द्वारा उक्त पेमेंट लेकर अपने पास रख लिया गया बजाज फाइनेंस कंपनी को उनके द्वारा भुगतान नहीं करने के कारण बजाज फाइनेंस कंपनी के अन्य रिकवरी एजेंट के द्वारा उनकी गाड़ी को सीज कर लिया गया पीड़ित ग्राहक के द्वारा उक्त एजेंट को पेमेंट का भुगतान कर मोटरसाइकिल को वापस छुड़वाया गया, ओम शांति कलेक्शन बजाज रिकवरी एजेंट के द्वारा की गई अवैध वसूली कर धोखाधड़ी के कारण ग्राहक का सिविल भी खराब हो गया जिसके कारण उन्हें किसी अन्य कंपनी से लोन मिलना भी मुश्किल है। पीड़ित ग्राहक का कहना है कि ओम शांति कलेक्शन बजाज संस्था को शासन प्रशासन द्वारा उचित जांच कर संस्था का रजिस्ट्रेशन निरस्त कर देना चाहिए जिससे आए दिन अशिक्षित आदिवासीयो से सरेआम हो रहे धोखाधड़ी के शिकार लोगो को हो रहे आर्थिक एवं मानसिक प्रताड़ना से बचाए जा सके।

पीड़ित पक्ष का कहना है कि रोहित दुबे, के इशारे पर कमलेश दुबे आए दिन गरीब ग्रामीणों को अपना शिकार बनते आ रहा है रोहित दुबे, एवं कमलेश दुबे , के कहने पर किसी अन्य के माध्यम से यह कहते हुए फिर से पेमेंट की मांग की जा रही है कि हम आपको आपकी गाड़ी के संबंधित आरसी आदि दस्तावेज आपको उपलब्ध करा देंगे। यदि आप हमको पेमेंट देते हैं तो!!!
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक ओम शांति कलेक्शन बजाज रिकवरी एजेंट रोहित दुबे एवं कमलेश उर्फ कार्तिक दुबे के द्वारा झाबुआ जिले के पेटलावद क्षेत्र में भी कई लोगों को धोखाधड़ी का शिकार बनाया गया।
ओम शांति कलेक्शन एजेंट के द्वारा सरेआम यह चैलेंज किया जा रहा है कि कोई पत्रकार या नेता पुलिस अधिकारी और यह आदिवासी लोग मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकते हैं मैं पुलिस को 5 ₹10000 दस हजार रुपए फेंकूंगा तो मेरा काम यूं ही हो जाएगा।
झाबुआ से ए.एम लाइव ब्यूरो रिपोर्ट