(part-1)ओम शांति कलेक्शन बजाज, बड़वानी के रिकवरी एजेंट ने अशिक्षित ग्रामीण आदिवासी से रु.95 हजार लेकर हुआ फरार। ।

झाबुआ। मामला है झाबुआ मुख्यालय से लगभग 7-8 किलोमीटर दूरी पर ग्राम पंचायत कुटिया का पीड़ित ने लगाई एसपी साहब से न्याय की गुहार पीड़ित पक्ष के मुताबिक वर्ष 2019 में छाजेड बजाज ऑटोमोबाइल्स झाबुआ से बजाज कंपनी की पल्सर मोटरसाइकिल खरीदी गई थी। पीड़ित पक्ष के मुताबिक छाजेड बजाज ऑटोमोबाइल्स को पुरानी गाड़ी का ₹30000 हजार में सौदा करते हुए नई गाड़ी खरीदी गई थी।
पीड़ित पक्ष के आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण उन्होंने नई मोटरसाइकिल की बाकी राशि बजाज फाइनेंस कंपनी से फाइनेंस करवाई गई थी। अशिक्षित बेरोजगार आदिवासी बजाज फाइनेंस कंपनी को समय-समय पर किस्त चुकाने में असमर्थ रहा जिसका फायदा उठाते हुए ओम शांति कलेक्शन बजाज के झाबुआ रिकवरी (एजेंट) कर्मचारी द्वारा पीड़ित अशिक्षित आदिवासी को झाबुआ ढाबा नाम से राणापुर रोड पर संचालित भोजनालय झाबुआ ढाबा को अपना कार्यालय बता कर अशिक्षित आदिवासी को अपने झांसे में लेकर अशिक्षित पीड़ित आदिवासी से लगभग रु.95 हजार रुपए लेकर फरार हो गया। पीड़ित पक्ष को इस बात की भनक तक नहीं की ओम शांति कलेक्शन बजाज के रिकवरी एजेंट के द्वारा उन्हें झांसे में लेकर चूना लगाया जा रहा है। पीड़ित पक्ष के मोब के मुताबिक यह घटना 24/02/2023 को आरोपी के द्वारा झाबुआ ढाबा के नाम से संचालित भोजनालय पर उन्हें यह कह कर बुलाया गया कि ओम शांति कलेक्शन बजाज, एवं बजाज फाइनेंस कंपनी का जिला कार्यालय झाबुआ यही पर हैं।

एवं ओम शांति कलेक्शन बजाज जिला बड़वानी के रिकवरी एजेंट के द्वारा पीड़ित पक्ष को यह कहते हुए जैसे में लिया गया कि मैं बजाज फाइनेंस कंपनी एवं ओम शांति कलेक्शन बजाज का सबसे बड़ा अधिकारी यदि तुमने आज मुझे बजाज फाइनेंस कंपनी में बकाई राशि जमा नहीं करवाई तो मैं तुम्हारे खिलाफ कानूनी कार्रवाई करूंगा एवं तुम्हारी गाड़ी भी मैं अपने पास रख लूंगा। तुम मेरे खिलाफ कुछ कर भी नहीं पाओगे क्योंकि मैं बजाज फाइनेंस कंपनी का झाबुआ जिले का बड़ा अधिकारी। पीड़ित पक्ष के मुताबिक इस प्रकार से ओम शांति कलेक्शन रिकवरी एजेंट के द्वारा पीड़ित पक्ष को डरा धमका कर अवैध रूप से 95000 की धोखाधड़ी करते हुए उक्त रिकवरी एजेंट झाबुआ जिले से फरार हो गया है।
पीड़ित पक्ष के मुताबिक उन्हें उक्त धोखाधड़ी के संबंध में पिछले कुछ दिनों पहले ही मालूम हुआ कि उनके साथ ओम शांति कलेक्शन रिकवरी एजेंट के द्वारा धोखाधड़ी की गई है। पीड़ित पक्ष के घर पर बजाज फाइनेंस कंपनी के किसी अन्य एजेंट के द्वारा अचानक उनके घर पर जा कर उनकी फाइनेंस मोटरसाइकिल की बकाई राशि को समय पर जमा नहीं करने के कारण गाड़ी सीज करने की कार्रवाई की गई जबकि पीड़ित पक्ष के मुताबिक उनके द्वारा ओम शांति कलेक्शन बजाज को लगभग 5 से 6 माह पूर्व पीड़ित पक्ष के द्वारा ब्याज से पैसा लेकर ओम शांति कलेक्शन रिकवरी एजेंट को पूर्ण भुगतान कर दिया गया था।
पीड़ित पक्ष का कहना है कि इस प्रकार से ओम शांति कलेक्शन बजाज के द्वारा उन्हें आर्थिक रूप से एवं मानसिक रूप से जानबूझकर प्रताड़ित किया गया एवं जाति समाज में उनके मान सम्मान को भी ठेस पहुंचाई गई है जिसके कारण हम मानसिक आर्थिक रूप से प्रताड़ित महसूस कर रहे हैं। क्योंकि हमारे द्वारा ब्याज पर रुपए लेकर ओम शांति कलेक्शन रिकवरी एजेंट को पूर्ण भुगतान कर देने के बाद भी हमारी मोटरसाइकिल को छीन कर ले जाना जाति समाज में उनकी छवि को जानबूझकर धूमिल किया जाना एवं उन्हें आर्थिक रूप से क्षति पहुंचाना कानूनी अपराध है। पीड़ित पक्ष के मुताबिक उन्हें ऐसा लगता है कि बजाज फाइनेंस कंपनी के एजेंट एवं कर्मचारी अशिक्षित गरीब आदिवासी लोगों का खून चूस रही है। क्योंकि ऊपर से नीचे तक सभी अधिकारी कर्मचारी कमीशन खोरी के चक्कर में पीड़ित पक्ष को न्याय नहीं देते हुए आरोपी को बजाज फाइनेंस कंपनी को जो पैसा लिया गया वह वापस जमा करने की मात्र हिदायत देते हुए उन्हें ऐसे बक्श दिया जाता है कि उनके द्वारा किसी प्रकार का कानूनी अपराध नहीं किया गया हो। मैं प्रश्न यह उठता है कि आखिर बजाज फाइनेंस कंपनी एवं ओम शांति कलेक्शन बजाज आदि रिकवरी एजेंट को यह अधिकार किसने दिया गया कि आखिर गरीब जनता का पैसा अपने निजी कामों में खर्च कर दिया जाता है जिसका हर्जाना ब्याज पेनल्टी के रूप में अशिक्षित गरीब आदिवासी ग्राहक ही भुगतान करता है। कर्मचारी के द्वारा धोखाधड़ी करने के बाद वापस पीड़ित पक्ष को मूलधन ही लौटाया जाता है ऐसे में शासन प्रशासन से अपील है कि संबंधित के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कानूनी कार्यवाही की जाए क्योंकि उक्त बजाज फाइनेंस कंपनी, एवं ओम शांति कलेक्शन बजाज रिकवरी एजेंट के द्वारा शिकायत होने के बाद बजाज फाइनेंस कंपनी के जिम्मेदार अधिकारी, कर्मचारी एवं रिकवरी एजेंट के बीच सांठ गांठ होने के कारण पीड़ित पक्ष को मूलधन ही लौटाया जाता है जिसके कारण बजाज फाइनेंस कंपनी में ब्याज पेनल्टी पीड़ित पक्ष को ही चुकाना पढ़ता है।
बजाज फाइनेंस कंपनी झाबुआ के एरिया मैनेजर का कहना है कि यदि ग्राहक के साथ ओम शांति कलेक्शन बजाज के रिकवरी एजेंट के द्वारा धोखाधड़ी की गई है तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होना चाहिए मेरे द्वारा पीड़ित पक्ष को स्पष्ट यही कहा गया कि आप झाबुआ पुलिस थाने में जाकर उनके खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज करवा दीजिए। उक्त मोटरसाइकिल अभी राकेश निनामा के कब्जे में है या यार्ड में लगा दी गई है।दीपांशु वर्मा, एरिया मैनेजर बजाज फाइनेंस कंपनी जिला झाबुआ।
यदि हमारे किसी भी ग्राहक के साथ किसी प्रकार की धोखाधड़ी हुई है तो संबंधित के खिलाफ हम भी कानूनी कार्यवाही चाहेंगे अगर मेरे यह ऐसी कोई त्रुटि है तो आप मुझे उक्त संबंध में कोई बिल या डीसी नंबर बताएंगे तो मैं आपको उक्त संबंध में पूर्ण जानकारी बता सकूंगा एवं हमारी पहली प्राथमिकता यही रहेगी की जिसने भी हमारे ग्राहक के साथ धोखाधड़ी की है उनके खिलाफ हम भी कानूनी कार्यवाही चाहेंगे। अंकित छाजेड, छाजेड बजाज ऑटोमोबाइल्स मुख्य डीलर जिला झाबुआ।
मुझे बजाज फाइनेंस कंपनी की ओर से लिस्ट में जो नाम गाड़ी की डीटेल्स मिली थी उसमें पीड़ित पक्ष का बजाज फाइनेंस का बकाया राशि लगभग रु 96 हजार बताया जा रहा था लिस्ट के आधार पर मेरे द्वारा उक्त मोटरसाइकिल को विधिवत सीज कर ग्राहक से मोटरसाइकिल मैं अपने साथ ले आया हूं। राकेश निनामा, निनामा एसोसिएट बजाज फाइनेंस रिकवरी एजेंट थांदला जिला झाबुआ।
उक्त परिस्थितियों को देखते हुए पुलिस अधीक्षक झाबुआ एवं पुलिस प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों को इस और विशेष रूप से ध्यान देना चाहिए कि जिले में इस प्रकार के कई रिकवरी एजेंट के द्वारा अशिक्षित आदिवासियों के साथ आए दिन इस प्रकार से धोखाधड़ी की जा रही है जिसकी उचित जांच समय करते हुए पीड़ित पक्ष को उचित न्याय देते हुए संबंधित के विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाना चाहिए। समय पर उचित कानूनी कार्रवाई किए जाने से किसी अन्य अशिक्षित आदिवासी धोखाधड़ी का शिकार होने से बच जाएगा।
अगले अंक में हम उक्त खबर का पूर्ण रूप से खुलासा करेंगे कि आखिर झाबुआ जिले के अशिक्षित गरीब आदिवासियों को लगातार धोखाधड़ी का शिकार करने वाला अपनी असली पहचान नाम बदल कर करने वाला आखिर कौन है? और वह कहां का रहने वाला है। सूत्रों के मुताबिक उक्त धोखाधड़ी करने वाले ने झाबुआ जिले से लाखों रुपए की अवैध वसूली की गई है सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक उनके खिलाफ कई लोग साक्ष्य देने के लिए भी तैयार है। उनके ही एक साथी के द्वारा हमें कई गोपनीय जानकारी उपलब्ध करवाई गई हैं।
Am Live News Bureau report Jhabua Madhya Pradesh