07 साल बाद लोटी परिजनों के चेहरो पर मुस्कान”
झाबुआ। पुलिस अधीक्षक झाबुआ श्री आशुतोष गुप्ता द्वारा महिला संबंधी अपराधों को अधिक गंभीरता से लेते हुए त्वरित निराकरण करने के सभी थाना प्रभारियों को निर्देश किया गया है।
इसी क्रम में फरियादी की लड़की कक्षा 08 वीं में पड़ती थी। दिनांक 06.03.2014 को स्कूल से वापस नहीं आने पर अपने रिश्तेदारो के यहा तलाश करने पर कही कोई पता नहीं चला। जिस पर थाना कालीदेवी के अपराध क्रं. 36/2014 धारा 363 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। बालिका के कही चले जाने पर बालिका के माता-पिता इस घटना से व्यथीत हो गये थे। अपह्ता बालिका के रिश्तेदारो व जान पहचान वालों के यहा तलाश करने पर कही कोई पता नहीं चला, जिससे अपह्ता बालिका का परिवार मायुस हो गया था। पुलिस टीम द्वारा अपह्ता बालिका की दस्तयाबी के पिछले 07 वर्षो से प्रयास कर रही थी। पुलिस अधीक्षक झाबुआ द्वारा अपह्ता बालिका की दस्तयाबी हेतु 10,000/-रू. के ईनाम की उद्घोषणा की गई। थाना कालीदेवी की पुलिस टीम द्वारा दिनांक 28.02.2021 को बालिका को दस्तयाब किया गया। बालिका को उसके परिजनों को सूपूर्द कर उनके चेहरे पर मुस्कान लाने का कार्य झाबुआ पुलिस द्वारा किया गया।
इस प्रकार नाबालिग अपह्त बालिका को उसके परिजन को सुपुर्द कर उनके घर की खुशिया वापस लाने का कार्य झाबुआ पुलिस द्वारा किया गया। झाबुआ पुलिस द्वारा किये गये इस सराहनीय कार्य की आम जनमानस द्वारा भूरी भूरी प्रशंसा की जा रही है। झाबुआ पुलिस द्वारा अपह्त बालिका को दस्तयाब करने का सराहनीय कार्य करने पर पुलिस अधीक्षक झाबुआ श्री आशुतोष गुप्ता द्वारा उनके कार्य की प्रशंसा कर पुलिस टीम को पुरूस्कृत करने की घोषण की।
सराहनीय कार्य में योगदान :-
संपुर्ण घटनाक्रम का खुलासा करने में एसडीओपी झाबुआ श्री ईडला मौर्य, थाना प्रभारी कालीदेवी उनि नरेन्द्र सिंह राठौर, सउनि संतोष वसुनिया, सउनि अनिता तोमर, प्रआर. 341 जितेन्द्र, प्रआर, सुरेन्द्र, आर. दिलीप, पुलकेरिया, शिला एवं सउनि एमएस नागर, आर. आरती, उपेन्द्र, प्रदीप एवं सायबर सेल का सराहनीय योगदान रहा। उक्त सराहनीय कार्य पर पुलिस टीम को पुलिस अधीक्षक झाबुआ द्वारा पुरूस्कृत करने की घोषणा की।
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