movement Against unemployment(बेरोजगारी के खिलाफ आंदोलन) प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड भोपाल द्वारा आयोजित ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी एवं वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी कार्यपालिका पदों हेतु परीक्षा 2020 परीक्षा दिनांक 10 एवं 11 फरवरी 2021 में हुई फर्जीवाड़े की सीबीआई जांच और लोकायुक्त जांच के संबंध में एवं
बेरोजगार युवाओं की समस्याओं के, समाधान को लेकर मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन ।
झाबुआ । प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड भोपाल द्वारा आयोजित ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी एवं वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी कार्यपालिका पदों हेतु परीक्षा 2020 परीक्षा दिनांक 10 एवं 11 फरवरी 2021 को आयोजित की गई परीक्षा दिनांक से ही कुछ विभिन्न सोशल मीडिया पर जारी किए गए वीडियो से उक्त परीक्षा के प्रश्न पत्र तारीख से जुड़े जिम्मेदारों द्वारा भारी-भरकम राशि लेकर परीक्षा से पहले ही परीक्षार्थियों तक प्रश्नपत्र पहुंचाने की जानकारी के साथ ही रोष व्यक्त किया जा रहा है यह कि प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड भोपाल द्वारा जैसे ही दिनांक 17 2021 को आंसर शीट अपलोड की गई वैसे ही विभिन्न व्हाट्सएप ग्रुप में श्री शिवकुमार शर्मा रोल नंबर 210 98 912 सी-सैट 98 व कृषि 97 कुल 195, श्री मनीष शर्मा रोल नंबर 210 990 15 सीसैट कृषि 98 कुल 194, श्री जितेंद्र शर्मा रोल नंबर 210 98203 सीसैट 92 व कृषि 97 कुल 189, रविंद्र शर्मा रोल नंबर 210 995 88 सीसैट 94व कृषि 94 कोल 188, श्री निवेश शर्मा रोल नंबर 210 988 74 सी-सैट 96 व कृषि 92 कुल 188, श्री दीपक कुमार पीपल रोल नंबर 210 99 762 सीसैट 91 व कृषि 93 कुल 184, दीपक रावत रोल नंबर 210 985 97 सी सैट 81 व कृषि 94 कुल 175, संजय शर्मा रोल नंबर 210 98892 सीसैट 84 व ऋषि 89 कुल 173, बलराम त्यागी रोल नंबर 210 98 194 कॉल 190, छात्रों द्वारा अंक 200 में से प्राप्त हुए जो कि असंभव सा है वास्तव में यदि योग्यता के आधार पर उक्त अभ्यर्थियों के इतने अंक आते तो यह ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी एवं वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी स्तर की कृषि विभाग की सबसे निम्न पद की परीक्षा के लिए आवेदन ना कर सहायक संचालक कृषि तो छोड़िए सीधे आईएएस के लिए आवेदन करते हुए चयनित होते हैं।
फर्स्ट है कि जैसी संभावना व्यक्त की जा रही थी कि उक्त परीक्षा के प्रश्न पत्र परीक्षा से जुड़े जिम्मेदारों द्वारा भारी-भरकम राशि लेकर पहले परीक्षार्थियों तक पहुंचाई गई जिसके कारण उक्त परीक्षार्थियों द्वारा असंभव से अंक प्राप्त किए हैं तथा सैकड़ों हजारों अभ्यर्थियों तथा प्रश्न पत्र पहुंचे हो ऐसा प्रतीत होता है कि फर्जीवाड़े के लिए कुख्यात व्यापम का नाम बदलकर प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड किया गया है उसी प्रकार फर्जीवाड़े के लिए को क्या जिम्मेदारों ने फर्जीवाड़े के तरीके बदले हैं ना केवल उक्त परीक्षाओं की तैयारी करने वालों योग्य युवाओं के साथ धोखा है बल्कि फर्जीवाड़ा व धोखाधड़ी करेंगे।
छात्र पुर में भी वर्ष 2011 2012 व 2013 में प्री एग्रीकल्चर टेस्ट व्यापम द्वारा आयोजित की गई थी मैं फर्जीवाड़े में संलिप्त थे जो कि महा विश्वविद्यालय स्तरीय जांच में संदिग्ध पाए गए थे जिनके दस्तावेज संचालक भोपाल व्यापम एवं पुलिस अधीक्षक महोदय ग्वालियर को उपलब्ध कराए गए थे एस ए डी ओ की भर्ती पर 10-12 साल एवं आर ए ई ओ की भर्ती परीक्षा 6 साल बाद आए हैं जबकि परीक्षाओं में फर्जीवाड़ा होता है तो पढ़ने वाले छात्रों में निराशा एवं आत्महत्या जैसे संभावनाएं उत्पन्न होती है।
साथ ही साथ बेरोजगार युवाओं द्वारा मध्यप्रदेश शासन को अवगत कराना चाहता कि आज देश और प्रदेश का युवा भयंकर बेरोजगार की स्थिति का सामना कर रहा है देश में हर 2 घंटे में 3 नौजवान बेरोजगार के चलते आत्महत्या कर रहे हैं एक तरफ देश में महंगाई तेजी से बढ़ रही है और बेरोजगार युवक खत्म हो रहे हैं सभी सरकारी विभागों में केंद्र सरकार या विभिन्न राज्य सरकार लाखों पद खाली पड़े हैं इनको भरने की बजाय सरकार इन पदों को समाप्त करती जा रही है सरकार को जहां रोजगार के लिए नीतियां बनानी चाहिए वहां यह बड़े दुख की बात है कि सरकार रोजगार छीनने की नीतियां बना रही है एक तरफ तो श्रम कानून को खत्म किया जा रहा है काम के घंटे बढ़ाए जा रहे हैं वहीं दूसरी तरफ सभी सरकारी विभागों का एक-एक करके निजीकरण किया जा रहा है इन नीतियों के परिणाम स्वरुप देश में रोजगार खत्म हो रहे हैं जैसे तैसे सरकार युवा आंदोलन के दबाव में नौकरियां निकालती है तो परीक्षाएं नहीं होती परीक्षाएं होती है तो रिजल्ट नहीं आता है रिजल्ट आता है तो जॉइनिंग नहीं होती है अभी हाल ही में शिक्षक पात्रता परीक्षा में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने भोपाल में अपनी नियुक्ति की मांग को लेकर प्रदर्शन किया नर्सिंग के छात्र लगातार आंदोलनरत है कोरोना महामारी के दौरान भर्ती किए गए कोरोना वॉरियर्स को निकाल दिया गया इसके अलावा 850 आर ए ई ओ, के पदों पर चयन परीक्षा के लिए 21000 से ज्यादा आवेदन भरे गए पुलिस भर्ती के 4000 पदों पर 1200000 से भी ज्यादा फार्म भरे गए ऐसे ही हर विज्ञप्ति पर लाखों फार्म भरे जाते हैं जिनमें व्यापम करोड़ों रुपए कमाता है परंतु नौकरी नहीं देता सरकार बेरोजगार नौजवान से पैसा कमा रही है और यदि ऐसे हालातों में पेपर लीक हो जाए या कुछ लोगों को पहले ही चुन लिया जाए या व्यापम के द्वारा प्रश्न पत्र गलत सेट कर दिया जाए तो आवेदन कर्ताओं का इसमें क्या दोष है वास्तविकता किसी से छिपी नहीं है कि सरकार के ही भ्रष्ट नेताओं और अधिकारियों के कारण आज व्यापम ने लाखों छात्रों का भविष्य खराब कर दिया है व्यापम घोटाला पहले भी हुआ है और अभी भी हाल ही में इसकी पुनरावृत्ति हुई है कृषि विभाग में आर ए ई ओ के पदों में जो भ्रष्टाचार हुआ है यह व्यापम घोटाला -2 है हम मांग करते हैं कि इसकी निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर दंडात्मक कार्रवाई की जाए।
ज्ञापनकर्ताओ उक्त संबंध में निष्पक्ष जांच कर आरोपियों के विरुद्ध उचित कार्यवाही करने का निवेदन किया गया। इस अवसर पर ॐ कार अजनार , संजय भुरा सुरेश डावर , संजय पाल,
राधे जाट आदि उपस्थित थे।
AM-LIVE NEWS MADHYA PRADESH
झाबुआ से अल्बर्ट मंडोरिया चीफ ब्यूरो की रिपोर्ट ।