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झाबुआ । फॉरेस्ट विभाग झाबुआ की शासकीय भूमि पर केंद्रीय लोक निर्माण विभाग इंदौर,के बीच नवनिर्मित नवोदय विद्यालय भवन की भूमि को लेकर बना असामंजस्य।

फॉरेस्ट विभाग झाबुआ अनुसार नवोदय विद्यालय भवन फॉरेस्ट विभाग झाबुआ शासकीय की भूमि पर बिना दिया गया। इस बात को लेकर राजस्व विभाग व फॉरेस्ट विभाग के बीच असामंजस्य बना हुआ है।

श्री एम.एल. हरित (डी.एफ.ओ) वनमंडलाधिकारी वनमंडल (क्षेत्रीय) जिला झाबुआ अनुसार उक्त संबंध में एसडीओ द्वारा जांच की जा रही है जांच के बाद स्पष्ट हो पाएगा कहते हुए बात को टालते हुए उक्त संबंध में न्यूज़ ब्यूरो को बाइट देने से इनकार करते हुए कहा गया कि जांच पूर्ण होने पर आपको जानकारी दे दी जाएगी। उक्त शासकीय भूमि राजस्व विभाग की है या फॉरेस्ट विभाग की है।


श्री सुधीर उदिया,एस.डी.ओ, केंद्रीय लोक निर्माण विभाग झाबुआ के द्वारा बताया गया कि शासन-प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी द्वारा उक्त भूमि का विधिवत निरीक्षण पश्चात शासन-प्रशासन के दिशा निर्देश के बाद ही उक्त नवनिर्मित नवोदय विद्यालय भवन का निर्माण किया गया उक्त संबंध में श्री सुधीर एसडीओ,सी.पी.डब्लयू.डी, द्वारा कहा गया यदि आपको कोई आपत्ति हो तो आप कलेक्टर महोदय से उक्त संबंध में बात कर सकते हैं । परंतु हम आपको बता दें कि न्यूज़ ब्यूरो को उक्त संबंध में कोई आपत्ति नहीं है परंतु उक्त दोनों विभाग के बीच आखिर शासकीय भूमि को लेकर असामंजस्य की

स्थिति लगभग 2 साल बाद भवन निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद यह स्थिति क्यों और कैसे बन रही है, जबकि शासन-प्रशासन के द्वारा उक्त शासकीय भूमि का विधिवत सर्वे कराने के बाद ही भवन का निर्माण कार्य करवाया गया जाना बताया जा रहा है।
यह नवनिर्मित भवन जिला झाबुआ मुख्यालय से लगभग 4 से 5 किलोमीटर की दूरी पर ग्राम डूंगरालालू में बनाया गया है।

कॉन्टैक्टर आर.एस.सी, इन्फोटेक डेवलपर्स कंपनी अजमेर, के कॉन्टैक्टर इंजीनियर श्री रोहित अनुसार उक्त नवनिर्मित भवन लगभग 27 करोड लागत का बनकर तैयार हो चुका है। परंतु कांटेक्टर का लगभग रूपए 7-8 करोड़ बकाया राशि का भुगतान किए जाने के बाद ही संबंधित विभाग को विद्यालय भवन हैंड ओवर कर दिया जाएगा।
झाबुआ से अल्बर्ट मंडोरिया चीफ ब्यूरो की रिपोर्ट।