पुलिस प्रशासन को अवैध सूदखोरों द्वारा प्रताड़ित किए जाने से अवगत कराने के बाद भी प्रताड़ित हो कर शशिकांत खत्री ने की आत्महत्या।

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Albert Mandoriya, Am Live News

झाबुआ जिले में अवैध सूदखोरों द्वारा प्रताड़ित होकर शशिकांत खत्री ने आत्महत्या कर ली 23/05/2024 की घटना होने के बाद भी पुलिस दोषियों को गिरफ्तार नही कर रही झाबुआ जिला आदिवासी बाहुल जिला है सूदखोरों द्वारा एक व्यक्ति ने आत्महत्या की हे झाबुआ जिले में अवैध तरीके से कई सूदखोरी चल रही उक्त संबंध में शशिकांत खत्री प्रताड़ित होकर आवेदन दिया पुलिस और मीडिया को भी उक्त प्रताड़ना से अवगत कराया था कि सूदखोरों द्वारा उन्हें लगातार प्रताड़ित किया जा रहा एवं पुलिस को अवगत कराने के बाद भी सुदखोरो ने प्रताड़ित करना बंद नही किया और आखिर आत्महत्या मजबूरी में करना पड़ी सूदखोरों पर 302 धारा की कारवाही होना चाहिए आए दिन आदिवासियों के साथ ऐसी घटना हो रही है उनको प्रताड़ित कर करके उनकी जमीन में छीन रहे हैं ब्याज का पैसा बड़ा कर उनसे मोटी रकम वसूल रहे हैं ऐसे सूदखोरों पर बड़ी कार्रवाई होना चाहिए आदिवासियों की चांदी गिरवी रखकर पैसे देते हैं सूदखोर टाइम पर चांदी नहीं छुड़ा पाने के कारण उनके ऊपर डबल ब्याज चक्रवर्ती ब्याज लगाकर चांदी हो या सोने की रकम हड़प ली जाती है झाबुआ जिला आदिवासी बाहुल्य जिला है यहां पर आदिवासियों को आए दिन प्रताड़ित करते हैं आदिवासी समाज की कोई नही सुनता है सूदखोर पर जयस ने पहले भी ज्ञापन दिया था अगर उस समय कारवाही हो जाती इन सूदखोरों द्वारा शशिकांत खत्री आज आत्महत्या करने के लिए मजबूर नहीं होता सूदखोरों को पैसे देने के बाद भी सूदखोरों ने प्रताड़ित करना बंद नहीं किया दोषियों के नाम ललित पिता रणछोड़ राठौर, विक्की उर्फ विक्रांत पिता धीरेंद्र जैन, निलेश घोड़ावत, दिनेश घोड़ावत ,सुभाष चंद्र जोझा कृषि विभाग में एसडीओ के पद पर हे ,जितेंद्र सिंह पंवार ऐसे कई सूदखोर हैं जैसे मृगनयनी साड़ी विशाल कोठारी भी अवेध सूदखोरी का काम करता हे साड़ीयो की दुकान की आड़ में आदिवासियों से ब्लैंक चेक हस्ताक्षर करवा कर ले लेता है और उनको मानसिक रूप से प्रताड़ित करना इनका काम हैं ऐसी कई जमीनें आदिवासियों से छीन ली गई हैं ऐसे पूरे जिले सूदखोरों से पूरे जिले के आदिवासी समाज परेशान है कोई सुनने वाला कोई नहीं है इन सूदखोरों द्वारा झाबुआ जिले में अवैध सट्टा बहुत चल रहा हमने ज्ञापन के माध्यम से कई बार प्रशासन को अवगत करवाया लेकिन पुलिस भी ध्यान नही देता पुलिस प्रशासन से मांग करते हैं इन सूदखोरों और सटोरियों पर कारवाई होना चाहिए पूरे समाज के लोगो के लिए हानिकारक हैं ये सटोरिए और सूदखोर जयस मांग करता अगले 8 दिन तक गिरफ्तार नही करे तो धरना प्रदर्शन करेंगे जिसकी जवाबदारी पुलिस प्रशासन की रहेगी


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