वह कौन अधिकारी के द्वारा मौखिक आदेश पर 3 वर्ष तक रेलमा अजनार को बिना मानदेय के मिनी आंगनबाड़ी केंद्र पर कार्य करवाया।

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मामला एकीकृत बाल विकास परियोजना राणापुर का श्रीमती रेलमा पति सूरज अजनार के मुताबिक महिला एवं बाल विकास अधिकारी द्वारा मौखिक आदेश पर बिना किसी मनादेय के लगातार 3 वर्ष तक मिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के रूप में यह कहते हुए मौखिक आदेश पर कार्य करवाया गया कि मिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता पद रिक्त है अभी तुम मिनी आंगनवाड़ी केन्द्र पर पोषण आहार वितरण आदि कार्य करना जब भी नियुक्ति होंगी तक हम आपको पहली प्राथमिकता देते हुए आपको कार्यकर्ता पद पर नियुक्त कर देंगे ऐसा कहते हुए महिला बाल विकास विभाग के अधिकारी के द्वारा लगातार 3 वर्ष तक बिना किसी मानदेय भुगतान किए काम करवाया गया जब आंगनवाड़ी कार्यकर्ता की नियुक्तियां की गई तब उन्हें जानबूझकर पात्रता से अपात्र बता कर किसी अन्य को और अधिक रिश्वत लेकर पात्र बता कर नियुक्त किया गया। उक्त संबंध में आपत्तिकर्ता रेलमा अजनार के द्वारा यथा समय आपत्ति भी ली गई थी। परंतु अधिकारी कर्मचारी, बाबू की रिश्वत के बल पर साठ गांठ होने के कारण कोई न्याय नहीं मिला।

शिकायतकर्ता पंगला पिता भावला अजनार ग्राम धामनी चमना के द्वारा उक्त संबंध में वर्ष 2017 में यथासमय कलेक्टर जनसुनवाई में शिकायत भी दी गई थी परंतु कोई उचित न्याय नहीं मिला। शिकायतकर्ता पांगला पिता भावला अजनार के मुताबिक उनकी बहू रेलमा अजनार को नौकरी पर लगाने के नाम पर अधिकारी, कर्मचारी एवं बाबू के द्वारा नियुक्ति दिलाने के नाम पर रिश्वत रु.60,000/- हजार रूपये भी ली गई परंतु उन्हें न तो रेलाम अजनार को नियुक्ति दिलाई गई ना वापस रिश्वत में लिए गए रुपए दिए । शिकायतकर्ता का कहना है कि संबंधित के विरुद्ध जांच की जाकर उचित कार्रवाई की जाए।

शिकायतकर्ता पंगला पिता भावला अजनार के मुताबिक उन्हें छलपूर्वक रेलमा अजनार को नौकरी पर नियुक्त किए जाने के नाम पर रिश्वत ली गई है। शिकायतकर्ता के मुताबिक न्यूज़ ब्यूरो को पूर्ण जानकारी दी गई की किन-किन अधिकारी कर्मचारी बाबू द्वारा उनसे बल छलपूर्वक रिश्वत ली गई है। इस प्रकार से भ्रष्टाचार के मामले में महिला एवं बाल विकास विभाग झाबुआ लगातार सुर्खियों में।

उक्त संबंध में जानकारी के लिए एकीकृत बाल विकास परियोजना अधिकारी, जमसिंह मुवेल, राणापुर, से न्यूज़ ब्यूरो द्वारा संपर्क किया गया परंतु कॉल अटेंड नहीं किया गया।

अगले अंक में हम आपको बताएंगे कि इस मामले में लिप्त और कौन-कौन अधिकारी, कर्मचारी, बाबू, रिश्वत लेकर फर्जीवाड़े करने एवं फर्जी नियुक्ति के भागीदारी है।

Am Live news. bureau report


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