शिव मोटर्स ऑटोमोबाइल्स थांदला एवं आरटीओ कार्यालय झाबुआ की मिलीभगत से गाड़ी के दस्तावेजों में हेरफेर कर ग्राहक को किया गया गुमराह।
मामला यह है कि ग्राहक के द्वारा 2018 में शिव मोटर्स बजाज शोरूम थांदला से पल्सर बाइक 150cc खरीदी गई था।
उक्त संबंध में व्यथित ग्राहक के द्वारा नोटिस के माध्यम से संबंधित को नोटिस भेजे जाने के कई महीनों के बाद आज तक कोई जवाब नहीं दिया गया पीड़ित के द्वारा R.T.O ऑफिसर के समक्ष अपनी व्यथा रखी आरटीओ द्वारा आश्वासन दिया गया कि आपकी फाइल देखकर संबंधित को नोटिस देकर बुलवाकर उक्त संबंध में निराकरण करेंगे यदि आपकी समस्या बढ़ती जा रही है तो आप हमें लिखित में शिकायत दे सकते हैं ऐसा कहते हुए आरटीओ ने भी उक्त संबंध में न्यूज़ ब्यूरो को बाइट देने से भी इनकार करते यह कहा गया कि मैं अभी-अभी आई हूं आपका प्रकरण पुराना है मुझे देखना पड़ेगा ।


प्रश्न यह उठता है कि उक्त संबंध में कई दिनों पूर्व नोटिस प्राप्त होने के बाद क्यों दबा रखा और फर्जी दस्तावेज बनाने वाले के विरुद्ध क्यों कार्यवाही करने से कतरा रहे है। आरोपियों को बचाने में किसका हाथ है यह भी बड़ा प्रश्न है।
उक्त फर्जी दस्तावेज बनाने वालों के कारण ग्राहक को शिव मोटर्स बजाज के द्वारा लगातार मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है कि आप यह साबित करो कि आपके द्वारा 2018 में मोटरसाइकिल पल्सर खरीदी गई है। यहां तक कि उक्त कर्मचारियों के द्वारा ग्राहक को प्रताड़ित करते हुए अपशब्द भी कहे जाते हैं उनके मान सम्मान को ठेस पहुंचाया जाता है ऐसे में आखिर आरटीओ चुप क्यों बैठा है जब उनके यहां पर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर गाड़ी को रजिस्टर्ड करवाया गया उक्त संबंध में आरटीओ अधिकारी को उचित जांच कर वैधानिक कार्यवाही करना चाहिए अन्यथा ऐसे कई गाड़ियों के फर्जी रजिस्ट्रेशन करवाए जा रहे होंगे जिन रजिस्ट्रेशन की आज तक वरिष्ठ गणों को भनक तक नहीं होगी।
शिव मोटर्स ऑटोमोबाइल्स थांदला (बजाज शोरूम) के संचालक पंकज राठौर द्वारा किया जा रहा है।
पीड़ित के द्वारा 2018 में मोटरसाइकिल पल्सर 150cc खरीदी गई थी परंतु शोरूम के दस्तावेज के आधार पर एवं आरटीओ में प्रेषित दस्तावेजों के आधार पर मोटरसाइकिल 2020 में रजिस्टर्ड हुई है ऐसा फर्जी दस्तावेज बता रहे हैं। शिव ऑटोमोबाइल्स संचालक के द्वारा एक ही गाड़ी के दो दो सेल लेटर और एक ही बजाज पल्सर बाइक के मैन्युफैक्चरिंग दिनाक दो अलग अलग बताई गई आखिर कैसे किस आधार पर एवं एक ही गाड़ी को दो बार मैन्युफैक्चरिंग कैसे किया गया यह मुख्य जांच का विषय है इस तरह कई ग्राहकों को उक्त संचालक के द्वारा गुमराह कर अपने कर्मचारियों का गलत फायदा उठाते हुए धोस धमकी भी दी जाती है फोन पर बजाज फाइनेंस कर्मचारी बनकर कॉल कर भी धमकाया जाता है। प्रतीत होता है कि शिव बजाज शोरूम के द्वारा उक्त क्षेत्र में अधिकतर आदिवासी अनपढ़ व्यक्ति ही मोटरसाइकिल खरीदारी करते उन्हें अपने जाल में फंसा कर उक्त फर्जी दस्तावेजों का कारनामा फिर शुरू किया जाता है।
AM LIVE अपील करता है कि उक्त शिव मोटर्स बजाज शो रूम की शुरू से आज तक उक्त शोरूम के द्वारा खरीदी बिक्री एवं उक्त मोटरसाइकिल की रजिस्ट्रेशन के संबंध में भी सूक्ष्मता से जांच कर वैधानिक कार्यवाही किया जाना उचित होगा।
अन्यथा उक्त संचालक के द्वारा शासन प्रशासन को आंखों में धूल झोंक कर गाड़ियां रजिस्टर्ड करवाते रहेगा और गरीब लोगों से गुमराह कर प्रशासन के नियमों की भी धज्जियां उड़ाते रहेगा ।
AM LIVE bureau report Jhabua Madhya Pradesh