Farmers Protest Live Updates: सरकार और किसानों के बीच आज 11वें दौर की बैठक जारी है. किसानों की ओर से 58 दिनों के लगातार आंदोलन किया जा रहा है. उधर, किसानों ने सरकार पर दबाव बढ़ाते हुए 26 जनवरी को ट्रैक्टर परेड निकालने की धमकी दी है.
By :AM-LIVE NEWS

किसान यूनियनों के साथ 11वें दौर की बातचीत के बाद केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा, “भारत सरकार पीएम मोदी जी के नेतृत्व में किसानों और गरीबों के उत्थान के लिए प्रतिबद्ध है और रहेगी. विशेष रूप से पंजाब के किसान और कुछ राज्यों के किसान कृषि क़ानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं. इस आंदोलन के दौरान लगातार ये कोशिश हुई कि जनता के बीच और किसानों के बीच गलतफहमियां फैलें. इसका फायदा उठाकर कुछ लोग जो हर अच्छे काम का विरोध करने के आदि हो चुके हैं, वे किसानों के कंधे का इस्तेमाल अपने राजनीतिक फायदे के लिए कर सकें.
एक किसान नेता ने कहा, “सरकार द्वारा जो प्रस्ताव दिया गया था वो हमने स्वीकार नहीं किया. कृषि क़ानूनों को वापस लेने की बात को सरकार ने स्वीकार नहीं की. अगली बैठक के लिए अभी कोई तारीख तय नहीं हुई है.
बैठक के बाद एक किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा, “सरकार की तरफ से कहा गया कि 1.5 साल की जगह 2 साल तक कृषि क़ानूनों को स्थगित करके चर्चा की जा सकती है. उन्होंने कहा अगर इस प्रस्ताव पर किसान तैयार हैं तो कल फिर से बात की जा सकती है, कोई अन्य प्रस्ताव सरकार ने नहीं दिया.
किसान संगठन और सरकार की एक और मीटिंग बेनतीजा रही. आज साढ़े चार घंटे तक बैठक चली लेकिन दोनों पक्ष 15-20 मिनट के लिए ही आमने सामने हुए. बैठक में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह ने किसानों से कहा कि वो सरकार के प्रस्ताव पर विचार करें. उन्होंने कहा कि 11वें दौर की बातचीत हो चुकी है, लेकिन अब तक कोई फैसला नहीं निकल पाया है. कृषि मंत्री ने किसान संगठनों को शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन करने के लिए धन्यवाद किया.