भाजपा के चुनाव रथों पर सिंधिया की एक भी फोटो नहीं
उपचुनाव के लिए रवाना हुए भाजपा के चुनाव रथ

चुनाव रथ को झण्डी दिखा कर रवाना करते प्रदेश अध्यक्ष व अन्य नेता
भाजपा के चुनाव रथों पर सिंधिया की फोटो नहीं
अब उपचुनाव में पोस्टर बॉय नहीं
होंगे ज्योतिरादित्य सिंधिया

सिंधिया के मुखर विरोध से चिंतित
भाजपा ने बीच चुनाव बदली रणनीति
ख़ुद को महाराजा सिंधिया कह कर
मैदान में हैं ज्योतिरादित्य,नेता खफ़ा
A one morning news
भोपाल। भारतीय जनता पार्टी ने उपचुनाव के बीचोंबीच अपनी रणनीति में बड़ा फ़ेरबदल किया है। अब इस चुनाव के पोस्टर बॉय ज्योतिरादित्य सिंधिया नहीं होंगे।मंगलवार को पार्टी अध्यक्ष द्वारा रवाना किये गए हाई टैक चुनाव रथों पर सिंधिया की एक भी तस्वीर न लगा कर पार्टी ने एक तरह से बदले तेवर का एलान कर दिया है।

मंगलवार को पार्टी के प्रदेश कार्यालय दीनदयाल परिसर से प्रदेश अध्यक्ष और अन्य नेताओं ने झंडी दिखा कर सजे धजे चुनाव रथ रवाना किये। इन रथों पर हर तरफ़ सिर्फ़ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी,राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा,मुख्यमंत्री शिवराजसिंह और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा की तस्वीरें लगीं हैं। रथों पर एक नारा लिखा है-शिवराज है तो विश्वास है।
इन रथों पर कहीं भी , एक भी फोटो ज्योतिरादित्य सिंधिया की नहीं लगी।
सूत्रों का कहना है कि भाजपा ज्योतिरादित्य सिंधिया के विरोध से चिंतित है।संघ के अपने सर्वे में लगातार यह फीडबैक मिला था कि सिंधिया के दलबदल को जनता में स्वीकृति नहीं मिल पा रही है।
चुनाव के एलान से पहले शिवराज सिंह ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ दौरे पर निकले थे।इस पहले दौरे में ही सिंधिया का मुखर विरोध सामने आया था।लगभग हर जगह सिंधिया को सड़कों से लेकर सभाओं तक काले झंडे और गद्दार वापस जाओ के नारों के सामना करना पड़ा।
संघ-भाजपा के अंदरखाने यह चर्चा तेज़ हुई कि अगर सिंधिया को आगे रखकर उपचुनाव के मैदान में उतरा गया तो नुकसान हो सकता है।